अकबरनामा के लेखक कौन हैं | Akbarnama ke Lekhak Kaun Hai

अकबरनामा के लेखक कौन हैं | Akbarnama ke Lekhak Kaun Hai: क्या दोस्तों आप भी जानना चाहते है की aaine akbari kisne likhi hai और जिसे हम अकबरनामा कहते है उसके लेखक कोण है. तो आपको अगर जानना है तो इस पोस्ट आखिर तक जरुर पढना क्यूकी इस पोस्ट में हम आपके साथ अकबरनामा के लेखक कौन हैं के बारे में जानकारी शेयर करने वाले है.

मुगलों ने भारत पर बहुत वर्षों तक राज किया उनके साम्राज्य में कई राजा अच्छे थे तो कई राजा बुरी साबित हुए लेकिन अकबर के राज्य के समय मुगलों का स्वर्ण काल कहा जाता है क्योंकि उसने उसके समय में बहुत ही अच्छे से मुगल साम्राज्य का विस्तार किया था. अकबर के समय मुगल साम्राज्य भारत के चारों तरफ फैला हुआ था. अकबर का नाम उसके राज्य दरबार के नौ रत्नों की वजह से भी लिया जाता है क्योंकि उसने उस के दरबार में ऐसे नवरत्न आ रखे थे जो किसी भी समस्या को हल कर देते थे. उसने उन्हीं सभी मनुष्यों को उनके सबसे श्रेष्ठ पदों पर विराजमान किया था.

अकबरनामा के लेखक कौन हैं | Akbarnama ke Lekhak Kaun Hai | aaine akbari kisne likhi hai

तो दोस्तों इस प्रश्न का उत्तर जानते हैं जिससे देखने के लिए आप इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं. तो आपको बता दो अकबरनामा के लेखक अब्दुल फजल है हां दोस्तों अब्दुल फजल अकबर के नौ रत्नों के ही एक रत्न थे और वह अकबर के बोहत हि नजदीक रत्नों में से एक थे और इसके साथ आईने अकबरी को भी अब्दुल फजल ने लिखा है.

अब्दुल फजल के जीवन के बारे में | Abdul Fazal History

बात कर अब्दुल फजल के जीवन काल के बारे में तो वह है एक अकबर के नौ रत्नों में से एक थे. उनका जन्म 14 फरवरी 1551 कों आगरा में हुआ था. उनका पूरा नाम अब्दुल फजल इन मुबारक था और उनके पिताजी का नाम शेख मुबारक था.

अब्दुल फजल कों शिक्षा में बोहत रूचि थी. वह उनके पास बहुत ही उच्च शिक्षित शास्त्रों में और इस्मानिक विषयों में तालीम हासिल थी उनके पिताजी ने उनके इसी होनर को देखते हुए उन को अधिकतम शिक्षा देने का व्यवस्था की थी और उस पर खरे उतरे और उन्होंने शास्त्र और इस्मानिक  में विषयों में तालीम हासिल की उसके बाद उन्होंने अपनी नौकरी अकबर के साम्राज्य में शुरू की जहां पर वह छात्रों को तालीम देने लगे.

मुगल साम्राज्य में बहुत सारे विद्वान और बुद्धिजीवी लोग रहते थे उसमें से ही अब्दुल फजल एक थे अब जानते अब्दुल फजल अकबर दरबार तक कैसे पहुंचे तो आपको बता दू की अब्दुल फजल बहुत ही विद्वान थे उन्होंने राजा को प्रभावित करने के लिए उस दौर की कई सारी तहसीरे लिखी जिसमें कारण अब्दुल फजल बादशाह अकबर के नजरों में आए तो उस समय राजा अकबर ने अब्दुल फजल को अपने दरबार में मिलने के लिए बुलाया उस समय उन्होंने आयतल तहसीरे राजा को भेंट कर दी जिससे प्रभावित होकर अकबर ने उनको अपने राज्य दरबार का हिस्सा बना दिया

अब अगर अब्दुल फजल के मृत्यु के बारे में जाने तो आपको बता दो अब्दुल फजल जब राजा अकबर के राज्यों के समय बहुत ही मशहूर होने लगे तो वह और राज्य के दूसरे नजदीकी साथियों के खटकने लगे. उन पर सबसे ज्यादा गुस्सा अकबर का बेटा जहांगीर था जिसकी वजह से जहांगीर ने वीर सिंह बुंदेला को लालच देकर अबुल फजल की हत्या करवाने की साजिश की तो इसी साजिश के कारण 12 अगस्त 1602 में अब्दुल फजल को वीर सिंह बुंदेला के साथ हुई लड़ाई में अब्दुल फजल कों मरवाया गया.

अब्दुल फजल विद्वान होने के साथ-साथ उनको क्षेत्रों में भी बहुत महारत हासिल थी वह एक अच्छे योद्धा थे इसी के साथ-साथ विद्वान भी थे.

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दोस्तों इस आर्टिकल में अकबरनामा के लेखक कौन हैं | Akbarnama ke Lekhak Kaun Hai आपके साथ शेयर किया है इस आर्टिकल को लिखने का हमारा उद्देश्य सिर्फ यह है कि आज तक अधिकतम और अच्छी जानकारी आप तक पहुंचा पाए अगर आपको इस तरह और भी जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट में बता सकते हैं हम आपके लिए ऐसी अधिकतम जानकारी लाते रहेंगे.

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