इस अनुछेद मे मित्रता पर अनुछेद – Mitrata Par Anuched और दोस्ती का महत्व (importance of friendship) के बारे में जानकारी दी है | अगर आप दोस्ती,मित्रता(Friendship) के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तोआखिर तक पढे पोस्ट करने के लिए
मित्रता पर निबंध हिंदी – Mitrata Par Anuched
मित्रता एक अनमोल रिश्ता है | मनुष्य अपने सम्पूर्ण जीवन में कई रिश्ते निभाता है। एक पुत्र या पुत्री, एक बाप, एक माँ, पति या पत्नी इत्यादि कई रिश्ते इंसान सामाजिक परिवेश में निभाता है लेकिन मित्रता एक ऐसा रिश्ता/सबन्ध है जो हमें नही बताया जाता हम इसे चुनते है |

जहां लोग आपसे बात भी अपने स्वार्थ सिद्धि के मनुकामना से करते हैं ऐसे में सच्ची मित्रता भी बहुत कम लोगों को प्राप्त हो पाती है। प्राचीन समय से ही लोग अपनी इच्छाओं व अकांक्षाओं की पूर्ति के लिए मित्रता करते हैं तथा अपना कार्य हो जाने पर अपने जीवन में व्यस्त हो जाते हैं। इसलिए व्यक्ति को मित्रता का हाथ हमेशा सोच समझ कर अन्य की ओर बढ़ाना चाहिए।
जिस मनुष्य का सच्चा मित्र होता है तो वह सबसे भाग्यशाली होता है क्योंकि सच्ची मित्रता खुशनसीब लोगो को प्राप्त होती है। एक सच्चा और अच्छा मित्र आपको अच्छाई की राह पर ले जाता है। एक सच्चा दोस्त आपकी हर सम्भव हर तरह से मदद करता है। सच्ची मित्रता में एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना होती है। सच्चे मित्र जितनी भी बार आपसे रूठे उन्हें आप मना लेना चाहिए ठीक उसी प्रकार जैसे मोतीयों की माला के टूट के बिखर जाने पर हम उन्हें बार-बार पिरोते हैं क्योंकि वह मूल्यवान हैं, ठीक उसी प्रकार सच्चे मित्र भी मूल्यवान होते हैं और उन्हें नहीं खोना चाहिए।
सच्चा मित्र सुख और दुख में समान भाव से मैत्री निभाता है। जो केवल सुख में साथ होता है, उसे सच्चा मित्र नहीं कहा जा सकता। सच्चा मित्र तो दीर्घ काल के अनुभव से ही बनता है। यह एक ऐसा मोती है, जिसे गहरे सागर में डूबकर ही पाया जा सकता है | सच्चा मित्र वही है जो मित्र दुःख में काम आता आता है। वह मित्र के बहुत छोटे से छोटे कष्ट को भी मेरु पर्वत के सामान भारी मान कार उसकी सहायता करता है। मित्र सुख-दुःख का साथी है। वह केवल दुःख में ही नहीं सुख में भी खुशियां बांटता है। मित्र के होने से हमारे सुख के क्षण उल्लास से भर जाते हैं |
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